Best and hot, top sexy Shayari and photos with mallu bhabhi, Know here more about mallu bhabhi with awesome pics and shayari.

































तुम हसीन हो, गुलाब जैसी हो,
बहुत नाज़ुक हो ख़्वाब जैसी हो,
होठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो।
बहुत नाज़ुक हो ख़्वाब जैसी हो,
होठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो।

खुशबू की तरह मेरी हर साँस में,
प्यार अपना बसाने का वादा करो,
रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं,
मेरे दिल में सजाने का वादा करो।
प्यार अपना बसाने का वादा करो,
रंग जितने तुम्हारी मोहब्बत के हैं,
मेरे दिल में सजाने का वादा करो।

एक बार कर के ऐतबार लिख दो,
कितना है मुझ से प्यार लिख दो,
कटती नहीं ये ज़िन्दगी अब तेरे बिन,
कितना और करूँ इन्तज़ार लिख दो ।
तरस रहे हैं बड़ी मुद्दतों से हम,
अपनी मुहब्बत का इज़हार लिख दो,
दीवाने हो जाएँ जिसे पढ़ के हम,
कुछ ऐसा तुम एक बार लिख दो।
कितना है मुझ से प्यार लिख दो,
कटती नहीं ये ज़िन्दगी अब तेरे बिन,
कितना और करूँ इन्तज़ार लिख दो ।
तरस रहे हैं बड़ी मुद्दतों से हम,
अपनी मुहब्बत का इज़हार लिख दो,
दीवाने हो जाएँ जिसे पढ़ के हम,
कुछ ऐसा तुम एक बार लिख दो।

लाखों में इंतिख़ाब के क़ाबिल बना दिया,
जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया,
पहले कहाँ ये नाज़ थे, ये इश्वा-ओ-अदा,
दिल को दुआएँ दो तुम्हें क़ातिल बना दिया।
जिस दिल को तुमने देख लिया दिल बना दिया,
पहले कहाँ ये नाज़ थे, ये इश्वा-ओ-अदा,
दिल को दुआएँ दो तुम्हें क़ातिल बना दिया।

आप पहलू में जो बैठें तो संभल कर बैठें,
दिल-ए-बेताब को आदत है मचल जाने की।
दिल-ए-बेताब को आदत है मचल जाने की।

मैं तमाम दिन का थका हुआ,
तू तमाम शब का जगा हुआ..
ज़रा ठहर जा इसी मोड़ पर,
तेरे साथ शाम गुज़ार लूँ ।
तू तमाम शब का जगा हुआ..
ज़रा ठहर जा इसी मोड़ पर,
तेरे साथ शाम गुज़ार लूँ ।

मुझे सहल हो गई मंजिलें वो
हवा के रुख भी बदल गये,
तेरा हाथ, हाथ में आ गया
कि चिराग राह में जल गये ।
मेरी आँखों में झाँकने…
मेरी आँखों में झाँकने से पहले
जरा सोच लीजिये ऐ हुजूर…
जो हमने पलके झुका ली तो
कयामत होगी…।
और हमने नजरें मिला ली तो
मुहब्बत होगी…।
हवा के रुख भी बदल गये,
तेरा हाथ, हाथ में आ गया
कि चिराग राह में जल गये ।
मेरी आँखों में झाँकने…
मेरी आँखों में झाँकने से पहले
जरा सोच लीजिये ऐ हुजूर…
जो हमने पलके झुका ली तो
कयामत होगी…।
और हमने नजरें मिला ली तो
मुहब्बत होगी…।

जज़्बात बहक जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं,
अरमान मचल जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं,
मिल जाते हैं आँखों से आँखें, हाथों से हाथ,
दिल से दिल, रूह से रूह जब तुमसे मिलते हैं।
अरमान मचल जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं,
मिल जाते हैं आँखों से आँखें, हाथों से हाथ,
दिल से दिल, रूह से रूह जब तुमसे मिलते हैं।

साँसों की माला में पिरो कर
रखे हैं तेरी चाहतो के मोती,
अब तो तमन्ना यही है कि,
बिखरूं तो सिर्फ तेरे आगोश में।
रखे हैं तेरी चाहतो के मोती,
अब तो तमन्ना यही है कि,
बिखरूं तो सिर्फ तेरे आगोश में।

कुछ बातें हम से सुना करो,
कुछ बातें हम से किया करो ।
मुझे दिल की बात बता दो तुम,
होंठ ना अपने सिया करो।
जो बात लबों तक ना आए,
वो आंखों से कह दिया करो।
कुछ बातें कहना मुश्किल है,
तुम चहरे से पढ़ लिया करो।
जब तनहा-तनहा होते हो,
आवाज मुझे तुम दिया करो।
हर धड़कन मेरे नाम करो,
हर सांस मुझको दिया करो।
जो खुशियां तेरी चाहत हैं,
मेरे दामन से चुन लिया करो।
कुछ बातें हम से किया करो ।
मुझे दिल की बात बता दो तुम,
होंठ ना अपने सिया करो।
जो बात लबों तक ना आए,
वो आंखों से कह दिया करो।
कुछ बातें कहना मुश्किल है,
तुम चहरे से पढ़ लिया करो।
जब तनहा-तनहा होते हो,
आवाज मुझे तुम दिया करो।
हर धड़कन मेरे नाम करो,
हर सांस मुझको दिया करो।
जो खुशियां तेरी चाहत हैं,
मेरे दामन से चुन लिया करो।

निगाहों के तक़ाज़े
चैन से मरने नहीं देते,
यहाँ मंज़र ही ऐसे हैं
कि दिल भरने नहीं देते,
क़लम मैं तो उठा के
जाने कब का रख चुका होता,
मगर तुम हो कि क़िस्सा
मुख़्तसर करने नहीं देते ।
चैन से मरने नहीं देते,
यहाँ मंज़र ही ऐसे हैं
कि दिल भरने नहीं देते,
क़लम मैं तो उठा के
जाने कब का रख चुका होता,
मगर तुम हो कि क़िस्सा
मुख़्तसर करने नहीं देते ।

ख्वाहिश-ए-ज़िंदगी बस
इतनी सी है अब मेरी,
कि साथ तेरा हो और
ज़िंदगी कभी खत्म न हो ।
इतनी सी है अब मेरी,
कि साथ तेरा हो और
ज़िंदगी कभी खत्म न हो ।

नया ये दौर है लेकिन,
वही किस्से पुरानें हैं,
मुहब्बत के जमाने थे,
मुहब्बत के जमानें हैं,
मेरे गीतों में जो तुमने,
सुने यादों के किस्से है,
मुहब्बत के तरानें तो,
अभी तुमको सुनाने हैं।
मिली जब भी नजर उनसे…
मिली जब भी नजर उनसे,
धड़कता है हमारा दिल,
पुकारे वो उधर हमको,
इधर दम क्यों निकलता है।
वही किस्से पुरानें हैं,
मुहब्बत के जमाने थे,
मुहब्बत के जमानें हैं,
मेरे गीतों में जो तुमने,
सुने यादों के किस्से है,
मुहब्बत के तरानें तो,
अभी तुमको सुनाने हैं।
मिली जब भी नजर उनसे…
मिली जब भी नजर उनसे,
धड़कता है हमारा दिल,
पुकारे वो उधर हमको,
इधर दम क्यों निकलता है।

मोहब्बत की शमा जला कर तो देखो,
जरा दिल की दुनियाँ सजा कर तो देखो,
तुम्हें हो ना जाऐ मोहब्बत तो कहना,
जरा हमसे नजरें मिलाकर तो देखो।
जरा दिल की दुनियाँ सजा कर तो देखो,
तुम्हें हो ना जाऐ मोहब्बत तो कहना,
जरा हमसे नजरें मिलाकर तो देखो।

गर मेरी चाहतों के मुताबिक
ज़माने की हर बात होती,
तो बस मैं होता..तुम होती..
और सारी रात बरसात होती ।
ज़माने की हर बात होती,
तो बस मैं होता..तुम होती..
और सारी रात बरसात होती ।

कुछ मतलब के लिए ढूँढते हैं मुझको,
बिन मतलब जो आए तो क्या बात है,
कत्ल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा,
कोई बातों से ले जाए तो क्या बात है..।
बिन मतलब जो आए तो क्या बात है,
कत्ल कर के तो सब ले जाएँगे दिल मेरा,
कोई बातों से ले जाए तो क्या बात है..।

मेरे दिल की हर धड़कन तुम्हारे लिए है,
मेरी हर दुआ तुम्हारी मुस्कराहट के लिए है ।
तुम्हारी हर अदा मेरे दिल को चुराने के लिए है,
अब तो मेरी जिंदगी तुम्हारे इंतज़ार के लिए है ।।
मेरी हर दुआ तुम्हारी मुस्कराहट के लिए है ।
तुम्हारी हर अदा मेरे दिल को चुराने के लिए है,
अब तो मेरी जिंदगी तुम्हारे इंतज़ार के लिए है ।।

मेरी चाहतें तुमसे अलग कब हैं,
दिल की बातें तुमसे छुपी कब हैं ।
तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह,
फिर ज़िन्दगी को साँसों की ज़रुरत कब है ।
दिल की बातें तुमसे छुपी कब हैं ।
तुम साथ रहो दिल में धड़कन की जगह,
फिर ज़िन्दगी को साँसों की ज़रुरत कब है ।

दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख्वाबो में आ कर यूँ तड़पाया ना करो…।
ख्वाब बनकर नींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख्वाबो में आ कर यूँ तड़पाया ना करो…।

तेरी आँखों के जादू से
तू ख़ुद नहीं है वाकिफ़…
ये उसे भी जीना सिखा देती हैं
जिसे मरने का शौक़ हो ।
तू ख़ुद नहीं है वाकिफ़…
ये उसे भी जीना सिखा देती हैं
जिसे मरने का शौक़ हो ।

जब यार मेरा हो पास मेरे,
मैं क्यूँ न हद से गुजर जाऊँ,
जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना,
या रूह मैं उसकी बन जाऊँ।
लबों से छू लूँ जिस्म तेरा,
साँसों में साँस जगा जाऊँ,
तू कहे अगर इक बार मुझे,
मैं खुद ही तुझमें समा जाऊँ।
मैं क्यूँ न हद से गुजर जाऊँ,
जिस्म बना लूँ उसे मैं अपना,
या रूह मैं उसकी बन जाऊँ।
लबों से छू लूँ जिस्म तेरा,
साँसों में साँस जगा जाऊँ,
तू कहे अगर इक बार मुझे,
मैं खुद ही तुझमें समा जाऊँ।

तड़प रहीं हैं मेरी साँसें
तुझे महसूस करने को,
खुशबू की तरह बिखर जाओ
तो कुछ बात बने।
तुझे महसूस करने को,
खुशबू की तरह बिखर जाओ
तो कुछ बात बने।

कब आपकी आँखों में हमें मिलेगी पनाह,
चाहे इसे समझो दिल्लगी या समझो गुनाह,
अब भले ही हमें कोई दीवाना करार दे,
हम तो हो गए हैं आपके प्यार में फ़ना।
चाहे इसे समझो दिल्लगी या समझो गुनाह,
अब भले ही हमें कोई दीवाना करार दे,
हम तो हो गए हैं आपके प्यार में फ़ना।

तेरे हर गम को अपनी रूह में उतार लूँ,
ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ,
मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी,
सारी उम्र बस एक मुलाकात में गुज़ार लूँ।
ज़िन्दगी अपनी तेरी चाहत में संवार लूँ,
मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह मेरी,
सारी उम्र बस एक मुलाकात में गुज़ार लूँ।
चाहा है तुम्हें अपने अरमान से भी ज्यादा,
लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा,
मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए,
क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।
लगती हो हसीन तुम मुस्कान से भी ज्यादा,
मेरी हर धड़कन हर साँस है तुम्हारे लिए,
क्या माँगोगे जान मेरी जान से भी ज्यादा।

अपने दिल की जमाने को बता देते हैं,
हर एक राज से परदे को उठा देते हैं,
आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका,
जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं।
हर एक राज से परदे को उठा देते हैं,
आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका,
जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं।

जो तेरे गुलाबी लब मेरे लबों को छू जायें,
मेरी रूह का मिलन तेरी रूह से हो जाये,
ज़माने की साज़िशों से बेपरवाह हो जायें,
मेरे ख्वाब कुछ देर तेरी बाहों में सो जायें,
मिटा कर फ़ासले हम प्यार में खो जायें,
आ कुछ पल के लिये एक-दूजे के हो जायें।
मेरी रूह का मिलन तेरी रूह से हो जाये,
ज़माने की साज़िशों से बेपरवाह हो जायें,
मेरे ख्वाब कुछ देर तेरी बाहों में सो जायें,
मिटा कर फ़ासले हम प्यार में खो जायें,
आ कुछ पल के लिये एक-दूजे के हो जायें।

सपनों की दुनिया में हम खोते चले गए,
मदहोश न थे पर मदहोश होते चले गए,
ना जाने क्या बात थी उस चेहरे में,
ना चाहते हुए भी उसके होते चले गए।
मदहोश न थे पर मदहोश होते चले गए,
ना जाने क्या बात थी उस चेहरे में,
ना चाहते हुए भी उसके होते चले गए।

चलते चलते राह में उन से मुलाकात हुई,
वो कुछ शरमाई फिर सहम सी गई,
दिल तो हमारा भी किया कि कह दे उनसे
अपने दिल की बात…
पर कम्बखत इस दिल की इतनी हिम्मत ही न हुई.
वो कुछ शरमाई फिर सहम सी गई,
दिल तो हमारा भी किया कि कह दे उनसे
अपने दिल की बात…
पर कम्बखत इस दिल की इतनी हिम्मत ही न हुई.

ये आलम शौक़ का देखा न जाये,
वो बुत है या ख़ुदा देखा न जाये,
ये किन नज़रों से तुम ने आज देखा,
कि तेरा देखना देखा ना जाये।
वो बुत है या ख़ुदा देखा न जाये,
ये किन नज़रों से तुम ने आज देखा,
कि तेरा देखना देखा ना जाये।

आपसे रोज़ मिलने को दिल चाहता है,
कुछ सुनने सुनाने को दिल चाहता है,
था आपके मनाने का अंदाज़ ऐसा,
कि फिर रूठ जाने को दिल चाहता है।
कुछ सुनने सुनाने को दिल चाहता है,
था आपके मनाने का अंदाज़ ऐसा,
कि फिर रूठ जाने को दिल चाहता है।
बड़ा मज़ा आता है उसे बार-बार मुझे सताने में,
क्यो भूल जाती है कि नहीं मिलेगा,
कोई मुझसा चाहने वाला इस जमाने में,
नहीं आए यकीं तो फिर आज़माकर देख लेना
कुछ बात अलग है इस दीवाने में,
तारीफ नहीं करता खुद की… मगर ये सच है…
कोई कसर नहीं छोडूंगा तेरा साथ निभाने में।
क्यो भूल जाती है कि नहीं मिलेगा,
कोई मुझसा चाहने वाला इस जमाने में,
नहीं आए यकीं तो फिर आज़माकर देख लेना
कुछ बात अलग है इस दीवाने में,
तारीफ नहीं करता खुद की… मगर ये सच है…
कोई कसर नहीं छोडूंगा तेरा साथ निभाने में।